Skip to main content

बिहार: हार्दिक पटेल से मुलाकात के बाद बोले तेजस्वी यादव, तानाशाही ताकतों से मिलकर लड़ेंगे

<p style="text-align: justify;"><strong>पटना:</strong> बिहार के दौरे पर पहुंचे गुजरात के पाटीदार नेता ने आज लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव से मुलाकात की. तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, ''महात्मा गांधी की जन्मभूमि से चलकर कर्मभूमि पधारे युवा साथी हार्दिक पटेल से आज अपने आवास पर मुलाक़ात हुई. हम युवा दक्षिणपंथी अधिनायकवाद के ख़ात्मे, समतामूलक समाज के निर्माण, किसानों और युवाओं के हितों के लिए संघर्षरत है. हम तानाशाही ताक़तों से मिलकर व डटकर लड़ेंगे और जीतेंगे.''</p> <p style="text-align: justify;"><code></code></p> <blockquote class="twitter-tweet" data-lang="en"> <p dir="ltr" lang="hi">महात्मा गांधी की जन्मभूमि से चलकर कर्मभूमि पधारे युवा साथी <a href="https://twitter.com/HardikPatel_?ref_src=twsrc%5Etfw">@HardikPatel_</a> से आज अपने आवास पर मुलाक़ात हुई। हम युवा दक्षिणपंथी अधिनायकवाद के ख़ात्मे, समतामूलक समाज के निर्माण, किसानों और युवाओं के हितों के लिए संघर्षरत है। हम तानाशाही ताक़तों से मिलकर व डटकर लड़ेंगे और जीतेंगे। <a href="https://t.co/JPPHnpBMaf">pic.twitter.com/JPPHnpBMaf</a></p> — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) <a href="https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1013051665589657600?ref_src=twsrc%5Etfw">June 30, 2018</a></blockquote> <p style="text-align: justify;"></p> <p style="text-align: justify;"><strong>लालू यादव के बोलने की स्टाइल, काम का अंदाज पसंद: हार्दिक पटेल </strong></p> <p style="text-align: justify;">वहीं हार्दिक पटेल ने कहा, ''लालू यादव से मिलने की उम्मीद तो बड़ी थी. मैं पहले भी कहता आया हूं. मुझे वो बड़े अच्छे लगते हैं. उनके बोलने की स्टाइल, उनका काम करने का अंदाज पसंद है. कल उनका ऑपरेशन हुआ है. 10-12 दिन वे वहां अस्पताल में रहेंगे, जरूर उनसे मिलूंगा. मिलकर ऐसे लोगों से आशीर्वाद लेने में कोई बुराई नहीं है.''</p> <p style="text-align: justify;"><strong>हम जैसे युवा देश के लिए काम करेंगे तो बहुत अच्छा होगा: हार्दिक पटेल </strong></p> <p style="text-align: justify;">गुजरात के पाटीदार नेता ने अपने कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा, "सामाजिक न्याय और एकता के मुद्दे पर आज का यह कार्यक्रम था. सभी जिलों से लोग आए थे और उनके साथ आज सम्मेलन था. सामाजिक न्याय और एकता की बात करना हमारी प्राथमिकता है, बस इसी मुद्दे पर बिहार के पवित्र धरती पर पहुंचे थे. यहां पर हमारे बड़े भाई कह लो या मित्र कहो एक शिष्टाचार मुलाकात के नाते यहां पर आए थे. हम जैसे युवा इस देश के लिए इस देश के विकास के लिए काम करेंगे तो बहुत अच्छा रहेगा. सामाजिक तौर पर हम चाहते हैं कि यहां पर हर एक पिछड़ा समाज, दलित समाज सब मिलकर इस देश को संवैधानिक तरीके से चलाने का काम करें. जो बुरी ताकत इस देश में राज करती है उसको हटाने का काम करें.''</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कल हार्दिक पटेल ने कहा था- नीतीश कुमार से मिलने का कोई मतलब नहीं</strong></p> <p style="text-align: justify;">बता दें कि कल पटना पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में हार्दिक पटेल ने कहा था कि नीतीश कुमार से मुलाकात का कोई मतलब नहीं है. तेजस्वी यादव से मिलने की इच्छा है. हार्दिक पटेल ने कहा था, ''नीतीश कुमार ने अपना रास्ता बदल दिया है. वह अब भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं. उनसे मिलने और बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि मैं बीजेपी के खिलाफ हूं." नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर वो मुझे बुलाते तो मैं उनसे मिलने जाता. नीतीश जी ने हमको इसलिए नहीं बुलाया कि दिल्ली वाले नाराज हो जाएंगे.</p> <p style="text-align: justify;">गौरतलब है कि जब हार्दिक पिछली बार जब दिसंबर, 2016 में पटना आए थे, तब वह पटना हवाईअड्डे से सीधे मुख्यमंत्री नीतीश के आधिकारिक आवास पर गए थे. राज्य सरकार ने उन्हें वीआईपी सत्कार दिया था. लेकिन इस बार स्थिति अलग है.</p>

from home https://ift.tt/2KmcNwU

Comments

Popular posts from this blog

कोरोनावायरस के हमले पर कैसे रिएक्ट करता है हमारा शरीर? वैक्सीन की जरूरत क्यों?

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को बुरी तरह प्रभावित किया है। जनवरी में यह चीन से बाहर फैला और धीरे-धीरे पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। जान बचाने के खातिर हर स्तर पर कोशिशें तेज हो गईं। करीब 11 महीने बाद भी रिकवरी की हर कोशिश को कोरोना ने नई और ताकतवर लहर के साथ जमींदोज किया है। ऐसे में महामारी को रोकने के लिए सिर्फ वैक्सीन से उम्मीदें हैं। पूरी दुनिया में वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। जब दुनियाभर में वैज्ञानिक कोरोनावायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हैं तो यह जानना तो बनता है कि इसकी जरूरत क्या है? मेडिकल साइंस को समझना बेहद मुश्किल है। आसान होता तो हर दूसरा आदमी डॉक्टर बन चुका होता। हमने विशेषज्ञों से समझने की कोशिश की कि कोरोनावायरस शरीर पर कैसे हमला करता है? उस पर शरीर का जवाब क्या होता है? वैक्सीन की जरूरत क्यों है? वैक्सीन कैसे बन रहा है? यहां आप 5 प्रश्नों के जवाब के जरिए जानेंगे कि - कोरोनावायरस के हमले पर शरीर का रिस्पॉन्स क्या होता है? कोरोनावायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन की जरूरत क्या है? किस तरह से वैक्सीन बनाए जा रहे हैं? वैक्सीन के ...

आज विधायक पद की शपथ लेंगी दीदी:6 भाइयों की इकलौती बहन हैं ममता, जानलेवा हमला हुआ, पीटा गया; अब मोदी को 2024 में हराने के लिए नई रणनीति बनाई

from DB ओरिजिनल | दैनिक भास्कर https://ift.tt/2YpkYAQ

इंसानों की जगह ले रही हैं मशीनें; सारे फैसले खुद लेती हैं

चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस का कोई कांस्टेबल नहीं दिख रहा था। चालान कटने का डर भी नहीं था। शर्माजी ने स्टॉपलाइन की परवाह नहीं की और कार को आगे बढ़ा दिया। पर वहां क्लोज सर्किट कैमरा (CCTV) लगा था और उसने शर्माजी की हरकत को कैमरे में कैद कर लिया। दो दिन बाद जब चालान घर पहुंचा तो शर्माजी ने माथा पकड़ लिया। उन्हें अब भी समझ नहीं आ रहा था कि जब कोई कॉन्स्टेबल चौराहे पर था ही नहीं, तो यह चालान कैसे बन गया? शर्माजी की तरह सोचने वाले एक-दो नहीं बल्कि लाखों में हैं। उन्हें पता ही नहीं कि यह सब किस तरह होता है? और तो और, यहां ले-देकर मामला भी नहीं निपटा सकते। इस मामले में हुआ यह कि CCTV से आए फुटेज के आधार पर मशीन पहले तो गाड़ी का नंबर दर्ज करती है। फिर उससे कार के मालिक का पता निकालकर उसे चालान भेजती है। किसी तरह की कोई शंका न रहे, इसलिए वह फोटो भी साथ भेजती है जो कानून तोड़े जाने का सबूत बनता है। यह सब होता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI की वजह से। यहां एक मशीन वही काम करती है, जिसकी उसे ट्रेनिंग दी जाती है। यदि कोई दूसरा काम करना हो तो उसके लिए दूसरी मशीन बनाने की जरूरत पड़ती है। मशीन को किस...