Skip to main content

रो रो कर पिता की मौत का इंसाफ़ मांग रही बेटी का वीडियो वायरल, निशाने पर यूपी पुलिस

<p style="text-align: justify;"><strong>लखनऊ:</strong> एक लड़की का रोकर इंसाफ़ मांगते हुए वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया. लोग यूपी पुलिस को टैग कर तरह-तरह के कमेंट करने लगे. देखते ही देखते लाखों लोग इस वीडियो से जुड़ गए. मामला डीजीपी ऑफ़िस तक पहुंच गया. वीडियो की जांच शुरू हुई. पता चला कि लड़की भदोही जिले की रहने वाली है. उसका नाम दीपाली मिश्र है. उसने गोपीगंज थाने के पुलिस वालों पर पिता की पीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है. सीएम ऑफ़िस के आदेश पर इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं. थानेदार सुनील वर्मा को लाइन हाज़िर कर दिया गया है.</p> <p style="text-align: justify;">अब हम आपको पूरा मामला बताते हैं. भदोही के फूलबाग के रहने वाले दो सगे भाईयों रामजी मिश्र और अशोक मिश्र के बीच 29 जून को झगड़ा हुआ. दोनों के बीच ज़मीन तो लेकर विवाद चल रहा था. गोपीगंज थाने की पुलिस दोनों को पकड़ कर ले गई. थाने में ही रामजी मिश्र की मौत हो गई. पुलिसवाले उन्हें अस्पताल लेकर गए. लेकिन डॉक्टरों ने रामजी मिश्र को मृत घोषित कर दिया. उनकी तीन बेटियां हैं. बड़ी बेटी दीपाली का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उनके पिता की जान चली गई. उन्होंने थानेदार सुनील वर्मा पर हत्या का मुक़दमे चलाने की मांग की है.</p> <p style="text-align: justify;">पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि रामजी मिश्र की मौत सदमे के कारण हुई. उनके शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं.. पुलिस पिटाई से रामजी की मौत की ख़बर से इलाक़े के लोग भड़क गए. देखते ही देखते 30 जून को इलाहाबाद वाराणसी हाईवे जाम कर दिया गया. अफ़सरों के समझाने बुझाने पर लोग शांत हुए. रामजी का अंतिम संस्कार हुआ. भदोही के एसपी सचीन्द्र पटेल ने कहा है कि हमने एएसपी रैंक के पुलिस अफ़सर को भी जांच के लिए कहा है. तब तक के लिए थानेदार को हटा दिया गया है. सोशल मीडिया पर मृतक की बेटी दीपाली का वीडियो लगातार वायरल हो रहा है. देश भर के लोग यूपी पुलिस को कोस रहे हैं.</p>

from home https://ift.tt/2Kx7hXu

Comments

Popular posts from this blog

कोरोनावायरस के हमले पर कैसे रिएक्ट करता है हमारा शरीर? वैक्सीन की जरूरत क्यों?

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को बुरी तरह प्रभावित किया है। जनवरी में यह चीन से बाहर फैला और धीरे-धीरे पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। जान बचाने के खातिर हर स्तर पर कोशिशें तेज हो गईं। करीब 11 महीने बाद भी रिकवरी की हर कोशिश को कोरोना ने नई और ताकतवर लहर के साथ जमींदोज किया है। ऐसे में महामारी को रोकने के लिए सिर्फ वैक्सीन से उम्मीदें हैं। पूरी दुनिया में वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। जब दुनियाभर में वैज्ञानिक कोरोनावायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हैं तो यह जानना तो बनता है कि इसकी जरूरत क्या है? मेडिकल साइंस को समझना बेहद मुश्किल है। आसान होता तो हर दूसरा आदमी डॉक्टर बन चुका होता। हमने विशेषज्ञों से समझने की कोशिश की कि कोरोनावायरस शरीर पर कैसे हमला करता है? उस पर शरीर का जवाब क्या होता है? वैक्सीन की जरूरत क्यों है? वैक्सीन कैसे बन रहा है? यहां आप 5 प्रश्नों के जवाब के जरिए जानेंगे कि - कोरोनावायरस के हमले पर शरीर का रिस्पॉन्स क्या होता है? कोरोनावायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन की जरूरत क्या है? किस तरह से वैक्सीन बनाए जा रहे हैं? वैक्सीन के ...

आज विधायक पद की शपथ लेंगी दीदी:6 भाइयों की इकलौती बहन हैं ममता, जानलेवा हमला हुआ, पीटा गया; अब मोदी को 2024 में हराने के लिए नई रणनीति बनाई

from DB ओरिजिनल | दैनिक भास्कर https://ift.tt/2YpkYAQ

इंसानों की जगह ले रही हैं मशीनें; सारे फैसले खुद लेती हैं

चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस का कोई कांस्टेबल नहीं दिख रहा था। चालान कटने का डर भी नहीं था। शर्माजी ने स्टॉपलाइन की परवाह नहीं की और कार को आगे बढ़ा दिया। पर वहां क्लोज सर्किट कैमरा (CCTV) लगा था और उसने शर्माजी की हरकत को कैमरे में कैद कर लिया। दो दिन बाद जब चालान घर पहुंचा तो शर्माजी ने माथा पकड़ लिया। उन्हें अब भी समझ नहीं आ रहा था कि जब कोई कॉन्स्टेबल चौराहे पर था ही नहीं, तो यह चालान कैसे बन गया? शर्माजी की तरह सोचने वाले एक-दो नहीं बल्कि लाखों में हैं। उन्हें पता ही नहीं कि यह सब किस तरह होता है? और तो और, यहां ले-देकर मामला भी नहीं निपटा सकते। इस मामले में हुआ यह कि CCTV से आए फुटेज के आधार पर मशीन पहले तो गाड़ी का नंबर दर्ज करती है। फिर उससे कार के मालिक का पता निकालकर उसे चालान भेजती है। किसी तरह की कोई शंका न रहे, इसलिए वह फोटो भी साथ भेजती है जो कानून तोड़े जाने का सबूत बनता है। यह सब होता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI की वजह से। यहां एक मशीन वही काम करती है, जिसकी उसे ट्रेनिंग दी जाती है। यदि कोई दूसरा काम करना हो तो उसके लिए दूसरी मशीन बनाने की जरूरत पड़ती है। मशीन को किस...