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सीनियर आईएएस अफ़सर राज प्रताप सिंह ने वीआरएस लिया, योगी ने सभी डीएम की मीटिंग बुलाई

<strong>लखनऊ:</strong> यूपी के सीनियर आईएएस अफसर राज प्रताप सिंह ने वीआरएस ले लिया है. स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का उनका आवेदन मंज़ूर कर लिया गया है. केन्द्र सरकार ने इस बारे में आदेश जारी कर दिया है. उन्हें विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष बनाया जा रहा है. योगी सरकार ने उन्हें नई ज़िम्मेदारी देने का आदेश भी जारी कर दिया है. 1983 बैच के आईएएस अधिकारी सीएम योगी आदित्यनाथ की पसंद के माने जाते हैं. मायावती के ज़माने में वे उनके सचिव थे. राज प्रताप प्रधान मंत्री कार्यालय में भी काम कर चुके हैं. उन दिनों अटल बिहारी वाजपेयी देश के पीएम थे. वीआरएस लेने से पहले वे कई खनन और बेसिक शिक्षा जैसे बड़े विभागों के अपर मुख्य सचिव थे. राज प्रताप सिंह इसी जुलाई महीने में रिटायर होने वाले थे. 1984 बैच के आईएएस अधिकारी अनूप चंद्र पांडे ने शनिवार को चीफ़ सेक्रेटरी का काम संभाल लिया. उनके चार्ज लेने के बाद कई सीनियर आईएएस अफ़सरों के तबादले होने वाले हैं. समझा जाता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए उन्हें हरी झंडी दे दी है. पांडे से सीनियर आईएएस अधिकारियों को अब सचिवालय से बाहर तैनात किया जायेगा. यूपी में ऐसी परंपरा रही है. ऐसे में 1982 और 1983 बैच के आईएएस अफ़सरों को नई जगहों पर तैनात किया जाएगा. चंद्रप्रकाश और संजीव सरण के अब जल्द तबादला होंगे. रविवार को योगी ने सभी 75 जिलों के डीएम की लखनऊ में बैठक बुलाई है. मुख्य मंत्री बनने के बाद योगी ने पहली बार सभी डीएम को एक साथ बुलाया है. समझा जाता है कि इस मीटिंग के बाद कुछ जिलों के कलेक्टर भी बदले जा सकते हैं.

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