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Showing posts from December, 2019

Google Doodle से मना रहा New Years Day, जानिए क्या कर रहा फ्रॉगी

New Years Day Doodle में फ्रॉगी सारी रात पार्टी करने के बाद वहीं बैठकर नए साल की खुशनुमा सुबह का नजारा देख रहा है। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2ZIiv0d

सुबह कहती है जो बीत गया, उसे भूल जाओ; हर दिन को नया अर्थ देने से ज्यादा सुंदर जीवन में कुछ नहीं: अमिताभ बच्चन

टाट्रा . स्लोवाकिया-पोलैंड की सीमा पर माउंटेन रेंज टाट्रा। बीती 9 दिसंबर की रात जब हम यहां पहुंचे तो बर्फीले तूफान ने घेर लिया। पारा माइनस 14 डिग्री जा पहुंचा। अगले दिन यहीं पर फिल्म ‘चेहरे’ के लिए बच्चन साहब पर एक दृश्य फिल्माया जाना था। मैं उनकी सेहत को लेकर चिंतित था। पर अगली सुबह वे सबसे पहले लोकेशन पर पहुंचे। सात दिन उनके साथ रहने के दौरान मैंने कभी तड़के तो कभी आधी रात भी उनसे जाना कि 77 की उम्र में भी वे खुद को री-इनवेंट कैसे करते हैं। पढ़िए उन्हीं की जुबानी- इंडस्ट्री में मुझे 50 साल हो गए हैं। मैं आज भी यह अनुभव करता हूूं कि हर सुबह सिखाती है, कि रात बीतने और सुबह होने के बीच अंधेरा मिट चुका है। हर दिन कुछ नया सीखने, कुछ भूलने, पुरानी आदतें छोड़ने और कुछ नया रचने का अपूर्व अवसर लेकर आता है। अगर मन में यह गूंजबस गई तो विश्वास हो जाता है कि जो भी करेंगे, कदम जीत की ओर ही बढ़ेंगे। मेरा मानना है कि हर दिन एक आशीर्वाद है, जो भरपूर ऊर्जा लेकर आता है। विचारों का यही क्रम हर दिन सकारात्मकता और रचनात्मकता से भरपूर रखता है। मैं इसे अनुभव करता हूं। सुबह की ताजा हवा की तरह युवा भी मुझे सि...

माइनस 40 डिग्री पर डटे हैं सेना के जवान, 12 हजार फीट पर स्थित बेस कैम्प तक जा सकेंगे पर्यटक

2020 की भास्कर की थीम है- खुद को री-इनवेंट करने का साल। उठो, जागो क्योंकि रोज जीतना है... ख्वाहिश! यकीन! और उम्मीद को मुट्ठी में रखें। हर दिन के लिए तैयार रहें।ठीक वैसे, जैसे सियाचिन के मोर्चे पर माइनस 40 डिग्री में तैनात हमारे फौजी।भास्कर सियाचिन पहुंचा तो जवानों को देख यह एहसास हुआ कि मुश्किलें हमेशा खुद को परखने का मौका देती हैं, खुद को री-इनवेंट करना सिखाती हैं। यह तस्वीर इसलिए भी खास है क्योंकि सियाचिन अब आम लोगों के लिए भी खुलने जा रहा है।सेना ने भास्कर पाठकों के लिए यह तस्वीर विशेष रूप से उपलब्ध कराई है। यहां एक तरफ पाक तो दूसरी तरफ चीन के कब्जे वाला अक्साई चिन है। भास्कर लाइव सियाचिन के दरवाजे आम लोगों के लिए इस साल से खुलने जा रहे हैं।पर्यटकों को सिर्फ दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र के बेस कैम्प तक जाने की इजाजत मिलेगी।पर्यटक 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन बेस कैम्प तक जा सकेंगे। पर्यटक पहले लेह से खारदूंगला पास होते हुए पनामिक गांव पहुंचेंगे। यहां रात बिताकर अगले दिन 80 किमी दूर सियाचिन बेस कैम्प पहुंचेंगे। यहां सिर्फ दो घंटे रुकने की अनुमति होगी। ये तस्वीर 18,87...

Happy New Year 2020: अभी से WhatsApp पर शेड्यूल कर दें New Year Wish, पार्टी के बीच नहीं होगी परेशानी

Happy New Year 2020: नए साल के लिए WhatsApp पर अभी से मैसेज कर दें शेड्यूल, जाने तरीका। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2tg2e6Q

Happy New Year 2020: नए साल के जश्न में डूबा Google, New Year Eve Doodle में नजर आ रही आतिशबाजी

Google New Year Eve Doodle काफी मजेदार है जिसमें फ्रॉगी नए साल का जश्न मनाता नजर आ रहा है। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/36aJ3cZ

आज से इन स्मार्टफोन्स पर नहीं चलेगा WhatsApp, देख लें कहीं आपका भी नाम तो नहीं लिस्ट में

WhatsApp आज से लाखों विंडोज स्मार्टफोन्स पर काम करना बंद कर देगा। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2F9VxWG

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का, लेकिन सरकार राकांपा की और रिमोट शरद पवार के पास

मुंबई . शिवसेना को पांच साल के लिए मुख्यमंत्री पद देकर राकांपा ने सबसे ज्यादा मंत्री पद हासिल किए हैं। शरद पवार ने अपनी इस भूमिका को भास्कर से बातचीत के दौरान पहले ही स्पष्ट कर दिया था। कांग्रेस के साथ गठबंधन होते हुए भी पवार ने कभी भी मुख्यमंत्री पद की जिद नहीं की थी। एक बार तो राकांपा की सीटें कांग्रेस से ज्यादा भी रही, तब भी पवार ने मुख्यमंत्री पद पर दावा पेश नहीं किया। 2004 के विधानसभा चुनाव में राकांपा ने 71 और कांग्रेस ने 69 सीटें जीतीं। इसके बावजूद विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री बने और राकांपा के आरआर पाटिल को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया। शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी, लेकिन मंत्री राकांपा के ज्यादा एक मुख्यमंत्री पद के बदले में यदि मंत्रियों की संख्या ज्यादा आ रही हो तो पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए वह ज्यादा जरूरी है। यह राकांपा की नीति ही बन चुकी है। इसी वजह से शिवसेना के सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी सबसे ज्यादा मंत्री राकांपा के ही हैं। गठबंधन में राकांपा के 54, शिवसेना के 56 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। मंत्रिमंडल में अब 43 मंत्री हैं। इनमें राकांपा के 16 और कांग्रेस-शिवसेना के 12...

Redmi K30 के 5G वेरिएंट की लॉन्च डेट आई सामने, जानिए किस दिन होगा लॉन्च

Redmi K30 5G स्मार्टफोन को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है जिसका आप इंतजार कर रहे थे। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2FhvZXL

Happy New Year 2020: WhatsApp पर स्टिकर्स के माध्यम से दें शुभकामनाएं, जानें कैसे करें डाउनलोड

Happy New Year WhatsApp Stickers की मदद से आप अपने दोस्तों और परिवार को विश कर सकते हैं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2F3Uasz

Happy New Year 2020: इन तस्वीरों, SMS और शायरी से अपनों को एडवांस में दें नए साल की शुभकामनाएं

Happy New Year 2020: नया साल आने में दो दिन बचे हैं लेकिन आप अभी से अपने दोस्तों और परिवार को विश कर सकते हैं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/369sjCX

Airtel का अपने ग्राहकों को बड़ा झटका, अब 35 की बजाय करवाना होगा इतने का कम से कम रिचार्ज

Airtel ने अपने बेस प्लान के रेट बढ़ा दिए हैं जिसके बाद यूजर्स को पहले से ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2Q98gz0

विरोध प्रदर्शनों के बीच पटरी पर लौट रही जिंदगी, नजरें अब सुप्रीम कोर्ट पर; लोगों को 30 साल पुराना आंदोलन याद आ रहा

गुवाहाटी. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 11 और 12 दिसंबर को हुए हिंसक प्रदर्शनों के कई दिनों बाद असम में जिंदगी पटरी पर लौट रही है। यहां स्कूल-कॉलेज, दफ्तर और दुकानें खुल चुके हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों में सरकारी और निजी बसें दौड़ रही हैं। गुवाहाटी हाईकोर्ट के आदेश के बाद मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी भी फिर से शुरू कर दी गई है। हालांकि, घबराहट का माहौल अभी भी है। लोगों की नजरें सुप्रीम कोर्ट में 22 जनवरी को सीएए की संवैधानिक वैधता पर होने वाली सुनवाई पर टिकी हुई हैं। फिलहाल शहर में जगह-जगह दीवारोंपर "नो सीएए" के नारे लिखे दिखाई दे रहे हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी हो रहे हैं। सुरक्षाकर्मी भी हर जगह तैनात हैं। इस माहौल में लोगों को 80 के दशक का वो दौर भी याद आ रहा है, जब यहां अवैध प्रवासियों के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ था। 6 साल तक चले इस आंदोलन में 800 लोगों की मौत हुई थी। प्रदर्शन के दौरान 5 की मौत, पुलिस ने 250 से ज्यादा मामले दर्ज किए संसद से नागरिकता संशोधन बिल 11 दिसंबरको पास हुआ था। इसके बाद असम में इसके खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुआ। इनमें 5 की मौत हुई थी...

iPhone पर सबसे ज्यादा होती है हैकर्स की नजर, एंड्रॉयड के यह स्मार्टफोन्स नहीं आते ज्यादा पसंद

स्टडी में दावा किया गया है कि iPhone किसी भी एंड्रॉयड फोन के मुकाबले 167 गुना ज्यादा हैकर्स के निशाने पर होता है। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2ryEhac

Reliance Jio top prepaid plans 2020: जानिए कौन से Jio प्लान्स हैं सबसे काम के, क्या है वैलेडिटी और खर्च

Reliance Jio Top Recharge Plans 2020: जानिए क्या है वैलेडडिटी और फायदे। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/368rfzi

Facebook ने किया बड़ा बदलाव, अब मोबाइल नंबर से नहीं चला पाएंगे FB Messenger, जानें अब क्या करें

Facebook Messenger पर अब आप अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन नहीं कर पाएंगे। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/39lIvD6

आर्मी रूल बुक सेना को सियासी मुद्दों पर बोलने का हक नहीं देती; सेना के पूर्व जज बोले- ऐसा बयान सेना प्रमुख के भी खिलाफ

नई दिल्ली. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को दिल्ली के एक कार्यक्रम में कहा- ‘लीडर वह नहीं है, जो लोगों को भटकाने का काम करता है। हमने देखा है कि बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी और कॉलेज के छात्र आगजनी और हिंसक प्रदर्शन के लिए भीड़ का हिस्सा बन रहे हैं। इस भीड़ का एक लीडर है, लेकिन असल मायने में यह लीडरशिप नहीं है।’ सेना प्रमुख का यह बयान नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में था। सेना के राजनीतिक मसलों में शामिल होने पर बहस छिड़ी है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने तो यहां तक ट्वीट कर दिया कि ‘कहीं हम पाकिस्तान के रास्ते तो नहीं चल रहे?’ भास्कर ने इस बारे में आर्मी रूल बुक-1954 को खंगाला। इसके मुताबिक सेना से जुड़ा कोई भी व्यक्ति राजनीतिक मुद्दों पर राय नहीं रख सकता और अगर ऐसा करना जरूरी हो तो पहले सरकार की मंजूरी जरूरी है। आर्मी रूल बुक का नियम 21: सेना में किसी को भी राजनीतिक मुद्दों पर बोलने से पहले सरकार से मंजूरी लेनी होगी (i) इस कानून से जुड़ा कोई भी व्यक्ति केंद्र सरकार या सरकार की तरफ से तय किए गए किसी अधिकारी की पूर्व मंजूरी के बिना राजनीतिक सव...

Top Upcoming Smartphones in January 2020: नए साल के पहले महीने में लॉन्च होंगे ये स्मार्टफोन्स, रहें तैयार

Top Upcoming Smartphones in January 2020: जनवरी महीने में धमाकेदार स्मार्टफोन्स लॉन्च होने वाले हैं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2Qjgeo8

Worlds Smallest Laptop: ये है दुनिया का सबसे छोटा लैपटॉप, 1 किलो से भी कम है वजन

Magic Ben Mag1 ultra-portable laptop को दुनिया का सबसे छोटा लैपटॉप करार दिया जा रहा है। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2QiZeOQ

Worlds Smallest Laptop: ये है दुनिया का सबसे छोटा लैपटॉप, 1 किलो से भी कम है वजन

Magic Ben ने दुनिया का सबसे छोटा लैपटॉप लॉन्च किया है जिसका वजन 1 किलो से भी कम है। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2PYQ8aY

Oppo Reno 3 और Oppo Reno 3 Pro हुए लॉन्च, डुअल 5G सपोर्ट के साथ जानें क्या है खास

Oppo Reno 3 और Oppo Reno 3 Pro लॉन्च हो चुके हैं और दोनों ही 5G सपोर्ट के साथ आए हैं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/39qf0jM

Top Upcoming Features in WhatsApp 2020: नए साल में WhatsApp में आने वाले हैं यह बदलाव, 5वें नंबर का फीचर है धमाकेदार

Top Upcoming Features in WhatsApp 2020: नए साल में डार्क मोड के अलावा कई धमाकेदार फीचर्स आने वाले हैं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2ESWUZF

Top upcoming features in smartphones in 2020: नए साल में स्मार्टफोन्स में होंगे यह बड़े फीचर्स, बदल देंगे आपकी जिंदगी

2020 में स्मार्टफोन्स में कई ऐसे फीचर्स आने वाले हैं जो सबकुछ बदल कर रख देंगे। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/396Oqfc

Reliance Jio लाया 2020 Happy New Year ऑफर, मिलेंगे यह बड़े फायदे

Reliance Jio ने 2020 Happy New Year offer पेश किया है जिसमें यूजर्स को बड़े फायदे मिलेंगे। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2PWxFvP

असम के 6 कैंपों में 970 लोग, बाकी राज्यों को पिछले 10 साल में केंद्र सरकार ने 4 बार निर्देश दिए

नई दिल्ली. नागरिकता कानून और एनआरसी पर चल रहे विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने डिटेंशन सेंटर को लेकर अलग-अलग बातें कीं। वहीं, सरकार के आंकड़े बताते हैं कि असम में 6 डिटेंशन सेंटर हैं, जिनमें 900 से ज्यादा लोग रह रहे हैं। जनवरी 2019 में गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपने यहां कम से कम एक डिटेंशन सेंटर बनाने के लिए मैनुअल जारी किया था। देश में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को रखने के लिए डिटेंशन सेंटर बनाने की बात नई नहीं है। 2009 के बाद से 4 बार राज्य सरकारों को ऐसे डिटेंशन सेंटर बनाने के निर्देश जारी हो चुके हैं। असम में नवंबर 2011 में तीन डिटेंशन सेंटर थे, अब 6 जहां 970 लोग रह रहे 13 दिसंबर 2011 को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में गृह राज्यमंत्री एम रामचंद्रन ने बताया था कि असम में नवंबर 2011 तक 3 डिटेंशन सेंटर थे, जो गोलपारा, कोकराझर और सिलचर में बने थे। वहीं, 3 दिसंबर 2019 को एआईयूडीएफ सांसद बदरूद्दीन अजमल ने असम में डिटेंशन सेंटर को लेकर सवाल किया। इसके जवाब में गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि 'असम में 6...

Twitter यूजर ने PM मोदी से कहा Surya Grahan वाली उनकी तस्वीर का लोग बना रहे मजाक, मोदी ने दिया यह जवाब

PM मोदी को यूजर ने बताया कि उनकी तस्वीर के मीम्स बन रहे हैं, इस पर प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया ट्विटर यूजर्स को भा गई। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2ZnlriI

Twitter में फिर लगी सेंध, दिग्गज नेताओं समेत 1.7 करोड़ यूजर्स के फोन नंबर हासिल करने का दावा

Twitter यूजर्स का डेटा हासिल किया गया है जिनमें कईं दिग्गजों के फोन नंबर भी शामिल हैं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/35YYcxV

Surya Grahan 2019: मोबाइल कैमरे से यूं खींचे सूर्य ग्रहण की खूबसूरत तस्वीरें, इन बातों का रखें ध्यान

Surya Grahan 2019: अपने मोबाइल कैमरा से ग्रहण की तस्वीरें लेने से पहले इन बातों का रखें ध्यान। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/35Tf49o

असम के 6 कैंपों में 970 लोग, बाकी राज्यों को पिछले 10 साल में केंद्र सरकार ने 4 बार निर्देश दिए

नई दिल्ली. नागरिकता कानून और एनआरसी पर चल रहे विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने डिटेंशन सेंटर को लेकर अलग-अलग बातें कीं। वहीं, सरकार के आंकड़े बताते हैं कि असम में 6 डिटेंशन सेंटर हैं, जिनमें 900 से ज्यादा लोग रह रहे हैं। जनवरी 2019 में गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपने यहां कम से कम एक डिटेंशन सेंटर बनाने के लिए मैनुअल जारी किया था। देश में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को रखने के लिए डिटेंशन सेंटर बनाने की बात नई नहीं है। 2009 के बाद से 4 बार राज्य सरकारों को ऐसे डिटेंशन सेंटर बनाने के निर्देश जारी हो चुके हैं। असम में नवंबर 2011 में तीन डिटेंशन सेंटर थे, अब 6 जहां 970 लोग रह रहे 13 दिसंबर 2011 को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में गृह राज्यमंत्री एम रामचंद्रन ने बताया था कि असम में नवंबर 2011 तक 3 डिटेंशन सेंटर थे, जो गोलपारा, कोकराझर और सिलचर में बने थे। वहीं, 3 दिसंबर 2019 को एआईयूडीएफ सांसद बदरूद्दीन अजमल ने असम में डिटेंशन सेंटर को लेकर सवाल किया। इसके जवाब में गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि 'असम में 6...