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Showing posts from January, 2020

WhatsApp Update: आज से लाखों स्मार्टफोन्स पर बंद हो रहा WhatsApp, देखें लिस्ट कहीं आपका भी तो नहीं

WhatsApp आज से लाखों स्मार्टफोन्स पर काम करना बंद कर देगा अगर आपका भी फोन इस लिस्ट में है तो देखें क्या करें। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2uScpiN

पहला आयकर कानून 160 साल पहले बना था; तब 200 रुपए से ज्यादा की कमाई पर टैक्स लगता था, सेना-पुलिस अफसरों को छूट थी

नई दिल्ली. देश में इनकम टैक्स का पहला कानून 160 साल पहले आया था। 1860 में अंग्रेज अफसर जेम्स विल्सन ने पहला बजट पेश किया था। इसी में इनकम टैक्स कानून को जोड़ा गया था। देश के पहले बजट में 200 रुपए तक की सालाना कमाई वालों को इनकम टैक्स में छूट दी गई थी।अभी देश में 1961 का आयकर कानून लागू है। इसमें समय-समय पर संशोधन होते रहते हैं। 1860 में 200 रुपए से ज्यादा की कमाई पर 4% तक टैक्स लगता था देश के पहले बजट में 200 रुपए से 500 रुपए तक की सालाना आय वालों पर 2% और 500 रुपए से ज्यादा कमाई पर 4% टैक्स लगाने का प्रावधान किया गया था। इनकम टैक्स कानून में सेना, नौसेना और पुलिस कर्मचारियों को छूट दी गई थी। हालांकि, उस समय ज्यादातर कर्मचारी अंग्रेज ही थे। सेना के कैप्टन का वेतन 4,980 रुपए और नौसेना के लेफ्टिनेंट का 2,100 रुपए था। हालांकि, इनकम टैक्स का कानून का उस समय कड़ा विरोध हुआ था। उस समय के मद्रास प्रांत के गवर्नर सर चार्ल्स टेवेलियन ने भी विरोध किया था। विल्सन का ये कानून ब्रिटेन के इनकम टैक्स कानून की तरह ही था। ब्रिटेन में 1798 में तत्कालीन प्रधानमंत्री विलियम पिट ने भी सेना का खर्च निका...

34 साल के रोनाल्डो का शरीर 23 साल जैसा, फिटनेस के लिए रोज 5 बार में 8 घंटे की नींद और 6 बार भोजन; माइनस 130 डिग्री में थैरेपी

इटली के क्लब जुवेंतस के लिए खेलने वाले पुर्तगाली फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के इंस्टाग्राम पर 20 करोड़ फॉलोअर्स हो गए हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के इकलौते शख्स हैं। वे जितने बड़े फुटबॉल खिलाड़ी हैं, उतनी ही अच्छी उनकी फिटनेस भी है। 34 साल की उम्र में उनकी बायोलॉजिकल उम्र महज 23 साल है। वे आगे रहने के लिए खुल को हर पल कैसे री-इंवेंट कर रहे हैं। इस पर नॉलेज रिपोर्ट.... खुद को पॉजिटिव रखने के परिवार के साथ समय बिताते हैं नींद: कोख में बच्चे जैसीपोजिशन में सोते हैंं रोनाल्डो आम लोगों की तरह आठ घंटे की नींद लेने की जगह दिनभर में 90-90 मिनट की पांच नींद लेते हैं। साथ ही वे गर्भ में स्थित भ्रूण की स्थिति में सोते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे दिमाग फ्रेश रहता है। एकाग्रता बढ़ती है। डाइट: दो बार नाश्ता, दो बार लंच और दो बार डिनर दिनभर में छह बार में खाना खाते हैं। इसमें दो लंच, दो डिनर होते हैं। इसमें सलाद, फल, सब्जियां, मोटा अनाज, अंडा और चिकन होता है। ऐसी प्रोटीन वाली डाइट से ओमेगा-3 जैसे फैटी एसिड मिलते हैं। ये एंटी एजिंग का काम करता है। एक्सरसाइज: हर मैच के बाद 30 ...

1 फरवरी से इन एंड्रायड फोन पर WhatsApp नहीं चलेगा, नए अकाउंट भी नहीं बन सकेंगे, यहां चेक करें लिस्‍ट

उन लोगों के लिए अब WhatsApp का वजूद खत्‍म हो जाएगा जिन्‍होंने कंपनी के बार-बार रिमांइडर के बाद भी अपने फोन को अपग्रेड नहीं कराया। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/38Z6l6W

प्रशांत भूषण बोले- केजरीवाल की कोई खास सोच नहीं; भाजपा गुंडों की पार्टी, उसने अराजकता का माहौल बनाया

नई दिल्ली. 2011 के अन्ना आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले प्रशांत भूषण अपने पूर्व साथी अरविंद केजरीवाल से नाखुश हैं। वे आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्य हैं। 2015 में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। दैनिक भास्कर को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में प्रशांत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ ही देश के हालात पर चर्चा की। वे कहते हैं- केजरीवाल भी दूसरे नेताओं की तरह हैं। उनकी कोई खास सोच नहीं है, वेआम राजनेता की तरह ही हैं। भूषण भाजपा पर देश का माहौल अराजक करने का आरोप लगाते हैं। प्रशांत भूषण से बातचीत के प्रमुख अंश। दिल्ली में भाजपा राष्ट्रवाद और आप स्थानीय मुद्दों पर फोकस कर रही है। चुनाव किस दिशा में जा रहा है? भूषण :भाजपा का दिल्ली में कोई वजूद नहीं दिख रहा। उम्मीदवार भी सही नहीं हैं। आप के पास लीडरशिप और अच्छे उम्मीदवार,दोनों हैं। भाजपा राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाने की कोशिश जरूर कर रही है। मुझे नहीं लगता कि ये चल पाएगा। क्या चुनाव आम आदमी पार्टी की तरफ जा रहा है?आपजीत हासिल करेगी? भूषण :लगता तो यही है कि चुनाव आप की तरफ जा रहा है। सामान्य लोगों को लगता है कि आप ने शिक्षा और ...

20 जनवरी 1948 को भी 6 लोग गांधीजी की हत्या करने गए थे, लेकिन नाकाम रहे; 10 दिन बाद गोडसे ने उन पर 3 गोलियां चलाईं

नई दिल्ली. तारीख थी 30 जनवरी 1948 और जगह- दिल्ली का बिड़ला हाउस। शाम के 5 बजकर कुछ मिनट ही हुए थे। महात्मा गांधी रोज की तरह बिड़ला हाउस के प्रार्थना स्थल पहुंचे। उनका एक हाथ आभा बेन तो दूसरा हाथ मनु बेन के कंधे पर था। उस दिन गांधीजी को वहां आने में थोड़ी देर हो गई थी। गांधीजी जब बिड़ला हाउस पहुंचे, तब उन्हें गुरबचन सिंह लेने आए। गांधीजी अंदर प्रार्थना स्थल की तरफ चले गए। गांधीजी ने फिर अपने दोनों हाथ जोड़े और भीड़ का अभिवादन किया। तभी भीड़ में से एक व्यक्ति निकलकर गांधीजी के सामने आया। उसका नाम नाथूराम गोडसे था। नाथूराम ने दोनों हाथ जोड़ रखे थे और हाथों के बीच में रिवॉल्वर छिपा रखी थी। कुछ ही सेकंड में नाथूराम ने रिवॉल्वर तानी और एक के बाद एक तीन गोलियां गांधीजी पर चला दीं। गांधीजी के मुंह से 'हे राम...' निकला और वे जमीन पर गिर पड़े। गांधीजी को अंदर ले जाया गया, लेकिन थोड़ी ही देर में डॉक्टरों ने गांधीजी को मृत घोषित कर दिया। फरवरी 1949 में आए महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े फैसले को पढ़कर भास्कर ने यह पता लगाने की कोशिश की कि किस तरह से यह षड्यंत्र रचा गया था। साजिश : जनवरी ...

2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा को हर जीती हुई सीट 4 करोड़ रु में, जबकि कांग्रेस को 15 करोड़ रु में पड़ी

नई दिल्ली. 2019 के लाेकसभा चुनाव में 4 प्रमुख राष्ट्रीय दलों ने धनबल का जमकर इस्तेमाल किया। सबसे ज्यादा 1264 करोड़ रु. भाजपा ने खर्च किए। पार्टी 303 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। इस लिहाज से भाजपा को हर जीती हुई सीट करीब 4.17 करोड़ रुपए में पड़ी। 7 राष्ट्रीय दलों की ओर से चुनाव आयोग को सौंपे गए खर्च के ब्याेरे के विश्लेषण से यह खुलासा हुआ। खर्च के मामले में कांग्रेस भी ज्यादा पीछे नहीं है। 421 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ी कांग्रेस ने 820 कराेड़ रु. खर्च किए थे,लेकिन इसके 52 उम्मीदवार ही जीत पाए। इस लिहाज से कांग्रेस को हर जीती हुई सीट 15.79 करोड़ में पड़ी। दलों को 31 अक्टूबर तक अपने चुनाव खर्च का ब्याेरा आयोग को देना था। कांग्रेस ने 42 दिन की देरी से 12 दिसंबर, जबकि भाजपा ने 27 दिन देरी से 27 नवंबर को अपना हिसाब दिया। चुनाव सुधार का मुद्दा दशकों से केंद्र के पास लंबित, मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में इस पर कभी चर्चा नहीं हुई पार्टियों के खर्च में स्टार प्रचारकों और अन्य नेताओं के दौरों, रैलियों और विज्ञापनों समेत अन्य प्रचार सामग्री पर होने वाला खर्च जुड़ता है। लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी 70...

नई दिल्ली सीट ने 5 मुख्यमंत्री दिए; फ्री बिजली से लोग खुश, गंदगी और सुरक्षा यहां बड़े मुद्दे

नई दिल्ली. अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार नई दिल्ली सीट से मैदान में हैं। यह सीट दो मुख्यमंत्रियों को कुल पांच कार्यकाल दे चुकी है। कांग्रेस की शीला दीक्षित यहां से तीन बार जीतीं। तीनों ही बार सीएम बनीं। केजरीवाल 2013 और 2015 में जीते। दोनों ही बार मुख्यमंत्री बने। इस बार जीते तो वे शीला के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे। भाजपा से सुनील यादव और कांग्रेस से रोमेश सभरवाल अरविंद के सामने मुख्य चुनौती हैं। नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की जमीनी हकीकत और मुद्दों को समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने हालात का जायजा लिया। पेश है ग्राउंड रिपोर्ट। नलों में गंदा पानी, पैदल चलने की जगह नहीं पहाड़गंज। संकरे रास्ते से गुजरते हुए हम राजेंद्र मौर्य की मिठाई की दुकान पर रुकते हैं। केजरीवाल सरकार के कामकाज पर उनका रुख अपनी मिठाइयों की तरह मीठा नहीं लगता। राजेंद्र कहते हैं, “बिजली में कुछ राहत है। लेकिन, फ्री के नाम पर बहुत गंदा पानी दिया जा रहा है। इसे फिल्टर किए बिना पीना संभव नहीं। सुबह पांच बजे उठो तो पानी मिलेगा, अन्यथा नहीं। पूरी दिल्ली में सीसीटीवी लगाने का वादा था। देशराज भाटिया जैसे मेन रोड पर एक भी...

3 लाख तक किराए वाली 250 दुकानें 40 दिन से बंद; बड़े ब्रांड कारोबार समेटेंगे, नुकसान के बावजूद प्रदर्शन को समर्थन

नई दिल्ली. दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। 15 दिसंबर से महिलाएं धरना दे रही हैं। युवा और बुजुर्ग भी साथ हैं। दुकानें और शो रूम बंद हैं। इनका किराया 40 हजार से 3 लाख रुपएतक है। कारोबारियों को काफी नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद वे विरोध प्रदर्शन के साथ हैं। सिर्फ सफाई के लिए खुल रही दुकानें शाहीन बाग रोड न. 13A से कुछ फासले पर करीब 800 मीटर क्षेत्र में सीएए-एनआरसी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन जारी है। महिलाओं के साथ कुछ युवा और बुजुर्ग भी हैं। आधे-अधूरे मन से ही सही लेकिन दुकानदार भी शामिल हैं। कालिंदीकुंज-शाहीन बाग रोड के इस हिस्से में लगभग 250 दुकानें हैं। बड़े ब्रांड्स के शो रूम हैं तो छोटी दुकानें भी। ये 40 दिन से बंद हैं। किराया 40 हजार से 3 लाख के बीच है। आजकल शटर उठते हैं, सफाई होती है और फिर गिरा दिए जाते हैं। सिलसिला बदस्तूर जारी है। भविष्य के फायदे के लिए ये नुकसान मंजूर हर महीने डेढ़ लाख रुपए किराया देने वाले एक दुकानदार नाम बताने से परहेज करते हैं। वे कहते हैं, “यहां 90 फीसदी दुकानेंकिराए पर हैं। इनमें 6...

अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीरियों में डिप्रेशन के मामले बढ़े, इंटरनेट पर पाबंदी बड़ी वजह

श्रीनगर से इकबाल. 'कई रातों से मैं सो नहीं पा रही हूं और दिन में भी बेचैनी रहती है। मैं अपने बेटे से मिलना चाहती हूं।' ये कहना है 55 साल की सारा का। सारा कश्मीर के शोपियां जिले में रहती हैं। उनके 18 साल के बेटे वसीम अहमद को 7 अगस्त की रात को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से ही वसीम जेल में बंद है। वसीम के जेल जाने के बाद से ही सारा डिप्रेशन में हैं और खाना भी सही तरीके से नहीं खा पा रहीं हैं। सारा अकेली नहीं हैं, जिन्हें ऐसी परेशानी है। उनके घर से ही कुछ दूर फातिमा रहती हैं। उनका बेटा जाकिर हुसैन भी 22 दिसंबर से श्रीनगर की जेल में बंद है। वसीम और जाकिर दोनों को पुलिस ने पब्लिक सेफ्टी एक्ट यानी पीएसए के तहत गिरफ्तार किया है। पीएसए जम्मू-कश्मीर में 1978 से लागू है और इस कानून के तहत गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को 2 साल तक बिना ट्रायल के जेल में रखा जा सकता है। 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश भी बना दिए गए थे। अनुच्छेद 370 हटने के बाद कई लोगों को न सिर्फ गिरफ्तार किया गय...

पहले गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति ने कहा था- कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक ही संविधान; ठीक 7 साल बाद कश्मीर का अलग संविधान बना

नई दिल्ली. 26 जनवरी 1950 की सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत गणतंत्र बना था। ऐसा कहा जाता है कि 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया था क्योंकि 26 जनवरी 1930 को कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। गणतंत्र बनने के 6 मिनट बाद यानी 10 बजकर 24 मिनट पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने पहले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। उन्हें तत्कालीन चीफ जस्टिस हीरालाल कनिया ने हिंदी में शपथ दिलाई थी। इसके बाद डॉ. प्रसाद ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में भाषण दिया था। उन्होंने उस वक्त कहा था- 'हमारे लंबे और घटनापूर्ण इतिहास में ये पहला अवसर है जब कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक ये विशाल देश सबका- सब इस संविधान और एक संघ राज्य के छत्रासीन हुआ है।' लेकिन, डॉ. प्रसाद के इस भाषण के ठीक 7 साल बाद यानी 26 जनवरी 1957 को जम्मू-कश्मीर में राज्य का अपना अलग संविधान लागू हुआ। पहले राष्ट्रपति ने पहले भाषण में क्या कहा था? "हमारे लंबे और घटनापूर्ण इतिहास में यह सर्वप्रथम अवसर है, जब उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक और पश्चिम में काठियावाड़ तथा कच्छ से लेकर पूर्व में कोकनाडा और कामरूप तक यह...

Happy Republic Day 2020 : गणतंत्र दिवस को इन SMS, Quotes, Greetings से बनाएं और स्पेशल, करें अपनो को विश

Republic Day 2020 पर इन SMS, Quotes, के अलावा WhatsApp स्टेटस से दें इस खास दिन की शुभकामनाएं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2U1N2FP

Republic Day 2020: गणतंत्र दिवस पर देशभक्ति से भरी शायरी संग यूं दे एडवांस में शुभकामनाएं

Republic Day 2020: जोश से भरी गणतंत्र दिवस शायरी से अपनों को दें अलग अंदाज में शुभकामनाएं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2NYb7Jy

दिल्ली में सोशल मीडिया पर चुनावी जंग: आप के पास 15 टीमें, भाजपा का फोकस बूथ पर; दोनों का लक्ष्य युवा वोटर

नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच जमीनी मुकाबले के साथ सोशल मीडिया पर जंग जारी है। अच्छी बात ये है कि इसमें अब तक बदजुबानी और कड़वाहट नहीं, बल्कि व्यंग्य नजर आ रहा है। दैनिक भास्कर ने रण में जुटे दोनों पार्टियों के सोशल मीडिया हेड्स से तैयारी और रणनीति जानने की कोशिश की। आप के जास्मीन शाह और भाजपा के पुनीत अग्रवाल दोनों एक मुद्दे पर तो एकमत हैं कि मुख्य लक्ष्य युवा वोटरों को लुभाना है। दोनों की क्रिएटिव टीमें उन चीजों पर फोकस कर रही हैं जो युवाओं के दिलो-दिमाग के करीब होती हैं। दिल्ली से यह खास ग्राउंड रिपोर्ट... पहले एक मिसाल... ‘आप’ ने 1993 में रिलीज शाहरुख की फिल्म बाजीगर पर मीम बनाया। काजोल को दिल्ली, शाहरुख को केजरीवाल और काजोल के दोस्त बने इंस्पेक्टर (सिद्धार्थ) को मनोज तिवारी बताया। ट्वीट में लिखा, ‘ऑल द बेस्ट सर, मनोज तिवारी।’ मकसद था भाजपा को यह बताना कि दिल्ली केजरीवाल को पसंद करती है और तिवारी खाली हाथ रहेंगे। भाजपा ने आप को लाजबाव कर दिया। जवाबी ट्वीट में लिखा, ‘इस अकाउंट को हैंडल करने वाला केजरीवाल के राजनीतिक सफर का अंत दिखा रहा ...

मंत्री गोपाल राय बोले- दिल्ली में भाजपा के पास कोई नेता नहीं, कांग्रेस रेस से बाहर

नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता गोपाल राय के मुताबिक, दिल्ली में भाजपा के पास कोई नेता नहीं है जबकि कांग्रेस इस विधानसभा चुनाव में दौड़ से बाहर है। आप से भाजपा में शामिल हुए कपिल मिश्रा को राय तवज्जो नहीं देते। कपिल मॉडल टाउन से प्रत्याशी हैं। राय के मुताबिक, कपिल की बातें और आरोप आधारहीन हैं। दैनिक भास्कर ने गोपाल राय से एक्सक्लूसिव बातचीत की। यहां इस इंटरव्यू के प्रमुख अंश। भाजपा का आरोप है कि केजरीवाल केंद्र की योजनाएं लागू नहीं करते? दिल्ली में जो नीतियां बन रही हैं, केंद्र सरकार उनसे बेहतर नीतियां बनाए तो हम जरूर लागू करेंगे। स्कूल, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं पर दिल्ली सरकार काम कर रही है। केंद्र इससे अच्छी नीतियां बनाए तो उन्हें लागू करने में दिक्कत नहीं है। ‘आप’ सरकार टैक्सपेयर्स का पैसा वोटबैंक के लिए इस्तेमाल कर रही है। मुफ्त योजनाओं फायदा सभी को नहीं मिल रहा? इन आरोपों पर क्या कहेंगे? पहले ये पैसा घोटालों और बेईमानी में जाता था। हमने इसे जनकल्याण पर खर्च किया। इससे तो सबको खुश होना चाहिए। भाजपा कहती है कि शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन रोकने और श...

WhatsApp में आने वाले हैं ये नए अपडेट, जानें कैसे भेज पाएंगे एनिमेटेड स्टिकर्स

WhatsApp में नए फीचर्स पर काम हो रहा है और आने वाले दिनों में सभी यूजर्स के लिए आ सकते हैं। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/30QsTUq

Xiaomi ने Mi A3 समेत इस स्मार्टफोन की कीमत में की इतनी कटौती, जानिए कितने कम हुए दाम

Xiaomi ने Mi A3 के अलावा एक और स्मार्टफोन की कीमत में बड़ी कटौती की घोषणा की है। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/36oDiIa

आप सांसद भगवंत मान बोले- हार के डर से नरेंद्र मोदी ने अपने फोटो हटवाए, अब पोस्टर-बैनर पर अमित शाह नजर आ रहे

नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के संगरूर (पंजाब) से सांसद भगवंत मान को भरोसा है कि दिल्ली में फिर उनकी पार्टी सरकार बनाएगी। दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में मान ने कहा- दिल्ली विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को हार का डर है। इसलिए, उन्होंने अपने फोटो हटवा लिए। अब पोस्टर-बैनर पर अमित शाह ज्यादा नजर आ रहे हैं। भगवंत के मुताबिक- दिल्ली में भाजपा के पास कोई चेहरा नहीं है। जबकि ‘आप’ के पास उसके काम की ताकत और अरविंद केजरीवाल का चेहरा है। यहां कॉमेडियन से सियासतदान बने भगवंत से बातचीत के प्रमुख अंश। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद दिल्ली में भी मोदी ही भाजपा का चेहरा हैं। आप कैसे देखते हैं? दिल्ली चुनाव में भाजपा के पास कोई चेहरा ही नहीं है। वे नरेंद्र मोदी के नाम पर लड़ रहे हैं। इस बार तो मोदी के फोटो कम और अमित शाह के ज्यादा नजर आ रहे हैं। दरअसल, मोदी को पता चला गया है कि दिल्ली हाथ से गई। इसलिए वे अपनी फोटो निकलवा रहे हैं, ताकि यह हार भी उनके नाम दर्ज न हो जाए। क्या एनआरसी-सीएए जैसे मुद्दे दिल्ली चुनाव के नतीजों पर असर डालेंगे? हम अपनी सरकार और केजरीवाल के काम पर वोट मांग रहे हैं। भाजपा मोदी-...

पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी बोले- किसी सरकार से नाराजगी नहीं, बस घर तक बिजली पहुंच जाए

नई दिल्ली. दिल्ली में विधानसभा चुनाव है। स्थानीय मुद्दों के साथ सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून की भी चर्चा है। यहां पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के झुग्गीनुमा 2 कैंप हैं। एक मजनू का टीला के पास और दूसरा सिग्नेचर ब्रिज के करीब। ज्यादातर झोपड़ियों पर तिरंगा नजर आता है। यहां रहने वालों को फिलहाल, मतदान का अधिकार नहीं लेकिन, वो दिल्ली चुनाव पर नजर रख रहे हैं। बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पर्याप्त शौचालय नहीं हैं और बिजली-पानी की भी किल्लत है। दैनिक भास्कर टीम ने इन कैंपों का दौरा किया। लोगों से बातचीत की। एक शरणार्थी ने कहा- साहब, किसी सरकार से कोई गिला शिकवा नहीं। बस, हमारी झोपड़ियों तक बिजली और पानी पहुंच जाए। पेश है ये ग्राउंड रिपोर्ट। रात में महिलाएं झोपड़ियों से बाहर नहीं निकल पाती थीं मजनू का टीला के पास हिंदू शरणार्थियों की बस्ती या कहें कैंप। कुछ झुग्गियों पर तिरंगा लहरा रहा है और प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी है। यहां सोनदास मिलते हैं। एक सवाल के जवाब में कहते हैं, “साहब, हालात क्या बताएं। पिछले साल गर्मियों में बस्ती के करीब 12 लोगों की मौत हुई। इनमें बच्चे और ...

पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी बोले- किसी सरकार से नाराजगी नहीं, बस घर तक बिजली पहुंच जाए

नई दिल्ली. दिल्ली में विधानसभा चुनाव है। स्थानीय मुद्दों के साथ सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून की भी चर्चा है। यहां पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के झुग्गीनुमा 2 कैंप हैं। एक मजनू का टीला के पास और दूसरा सिग्नेचर ब्रिज के करीब। ज्यादातर झोपड़ियों पर तिरंगा नजर आता है। यहां रहने वालों को फिलहाल, मतदान का अधिकार नहीं लेकिन, वो दिल्ली चुनाव पर नजर रख रहे हैं। बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पर्याप्त शौचालय नहीं हैं और बिजली-पानी की भी किल्लत है। दैनिक भास्कर टीम ने इन कैंपों का दौरा किया। लोगों से बातचीत की। एक शरणार्थी ने कहा- साहब, किसी सरकार से कोई गिला शिकवा नहीं। बस, हमारी झोपड़ियों तक बिजली और पानी पहुंच जाए। पेश है ये ग्राउंड रिपोर्ट। रात में महिलाएं झोपड़ियों से बाहर नहीं निकल पाती थीं मजनू का टीला के पास हिंदू शरणार्थियों की बस्ती या कहें कैंप। कुछ झुग्गियों पर तिरंगा लहरा रहा है और प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी है। यहां सोनदास मिलते हैं। एक सवाल के जवाब में कहते हैं, “साहब, हालात क्या बताएं। पिछले साल गर्मियों में बस्ती के करीब 12 लोगों की मौत हुई। इनमें बच्चे और ...

Sony Walkman की हुई वापसी, भारत में हुआ लॉन्च, जानें कीमत और खासियतें

Sony NW-105 Walkman भारत में लॉन्च हो गया है और इसकी खासीयतें आपको पसंद आएंगी। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/2sOM04A

तो क्या बंद हो जाएगा WhatsApp, सरकार बना रही अपनी ऐप, जानिए कैसे करेगी कम

सरकार WhatsApp की तरह एक ऐप डेवलप कर रही है जिसमें यूजर के एंड टू एंज इनक्रिप्शन मिलेगा। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/38wiTSN

OMG: अब चिंता खत्म, बाजार में लॉन्च हो गया दही जमाने वाला फ्रीज

भारतीय बाजार में अब एक दही जमाने वाला फ्रीज लॉन्च हो गया है जो बिना किसी परेशानी के आपका यह काम कर देगा। from Nai Dunia Hindi News - technology : tech https://ift.tt/37lZBzn